विलयन क्या है, प्रकार, विलयनों की सांद्रता
रसायन विज्ञान के Topic विलयन की परिभाषा, विलयन कितने प्रकार के होते है, विलयनों की सांद्रता आदि के का अध्ययन करेंगे।
यह विलेय पदार्थ के भार भागों की वह संख्या होती है। जो विलायक के 100 आयतन भागों में घुली हुई होती है, इसी को द्रव्यमान आयतन प्रतिशत (%W/V) कहते है।
जब विलयन की मात्रा काफी अधिक अत्यंत सूक्ष्म छोटी हो तो, उसकी सांद्रता को पार्ट्स प्रति मिलियन में प्रदर्शित किया जाता है।
मिश्रण में उपस्थित कुल मोलो की संख्या के अनुपात को मोल-अंश या मोल भिन्न कहते है। इसे सामान्यतया x से प्रदर्शित करते है।
एक लीटर के विलयन के विलय की संख्या को मोलरता कहते है।
एक किलोग्राम विलायक में विलय के मोलो की संख्या को मोललता कहते है।

विलयन
दो या दो से अधिक पदार्थो, अवयवों के मिश्रण को समांगी मिश्रण कहते है।
अथवा
दो या दो से अधिक पदार्थो का मिश्रण समांगी मिश्रण कहलाता है।
उदाहरण---जब पानी में चीनी को घोलेंगे, तो अनुवर्ती पदार्थ को विलयन कहेंगे
मिश्रण में प्रत्येक जगह इसका संघटन और गन सामान होते है। विलयन में पदार्थो का परिमाण काफी अधिक छोटा होता है। पदार्थो का परिमाण ---- 1 नैनोमीटर से भी छोटा होता है।
विलयन में जो पदार्थ अधिक मात्रा में उपस्थित होता है। उसे विलायक कहते है। विलयन विलयन की भौतिक अवस्था नो निर्धारित करता है।
जब विलेय या विलायक दोनों द्रव में होते है। तो सांद्रता आयतन प्रतिशत (Volume Percentage )x VV में व्यक्त करते है। अथवा
दो या दो से अधिक पदार्थो का मिश्रण समांगी मिश्रण कहलाता है।
उदाहरण---जब पानी में चीनी को घोलेंगे, तो अनुवर्ती पदार्थ को विलयन कहेंगे
मिश्रण में प्रत्येक जगह इसका संघटन और गन सामान होते है। विलयन में पदार्थो का परिमाण काफी अधिक छोटा होता है। पदार्थो का परिमाण ---- 1 नैनोमीटर से भी छोटा होता है।
विलयन में जो पदार्थ अधिक मात्रा में उपस्थित होता है। उसे विलायक कहते है। विलयन विलयन की भौतिक अवस्था नो निर्धारित करता है।
दुइअंगी विलयन
जो विलयन दो पदार्थो से मिलकर बना होता है। वो दुइअंगी विलयन कहलाता है।
त्रिअंगी विलयन
जो विलयन तीन पदार्थो से मिलकर बना होता है। वो त्रिअंगी विलयन कहलाता है।
विलयन के प्रकार
रासायनिक अवस्था के आधार पर विलयन तीन प्रकार के होते है।
1. सतृप्त विलयन
2. असतृप्त विलयन
1. सतृप्त विलयन
2. असतृप्त विलयन
सतृप्त विलयन
जब विलयन पदार्थ पूरी तरह से या पूर्ण रूप से घुल जाता है। और विलयन का निर्माण करता है। उसी को सतृप्त विलयन कहते है।
असतृप्त विलयन
जब विलेय पदार्थ पूर्ण रूप से न घुल पाए, जिसमे विलेय पदार्थ के कुछ कण घुलने से रह जाये उसी को असतृप्त विलयन कहते है।
Ksp>[A+] [B-]
Ksp = विलेयता गुणनफल
Ksp>[A+] [B-]
Ksp = विलेयता गुणनफल
विलयन की सांद्रता की परिभाषा
विलेय का विलायक की वह निश्चित मात्रा या आयतन में घुली हुई होती है, उसे ही विलयन की सांद्रता कहते है।
अर्थात विलेय की घुली हुई मात्रा को ही सांद्रता कहते है। (जिसे गाढा पदार्थ कहते है)
विलयन की सांद्रता को गुणात्मक रूप से या मात्रात्मक रूप से व्यक्त किया जाता है। विलयन की सांद्रता का वर्णन कई प्रकार से किया जाता है। नीचे इसके प्रकार दिए गए है।
अर्थात विलेय की घुली हुई मात्रा को ही सांद्रता कहते है। (जिसे गाढा पदार्थ कहते है)
विलयन की सांद्रता को गुणात्मक रूप से या मात्रात्मक रूप से व्यक्त किया जाता है। विलयन की सांद्रता का वर्णन कई प्रकार से किया जाता है। नीचे इसके प्रकार दिए गए है।
1. द्रव्यमान प्रतिशत (w/w)
किसी भी विलेय पदार्थ के भार भागों की वह संख्या जो विलयन के 100 भार भागों में उपलब्ध हो, वह विलयन की द्रव्यमान प्रतिशत कहलाती है।2. आयतन प्रतिशत
3. द्रव्यमान- आयतन प्रतिशत (w/v)
4. पार्ट्स प्रति मिलियन
5. मोल-अंश
6. मोलरता (M)
7. मोललता (M)

Leave a Comment